ग्राम ग्वाड़ीकलॉ के पास मिली किसान रामभरोस की लाश के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पहले ही दिन से हत्या का मामला लग रहा था और पुलिस उसी दिशा में काम कर रही थी। रामपुर पुलिस को मृतक के भाई मुकेश ने सूचना दी थी कि उसका भाई भानू उर्फ रामभरोस अहिरवार 20 जुलाई 2022 की रात्रि करीब 08 बजे यह कहकर गया कि थोड़ी देर में घर आता हूं। परन्तु 21 जुलाई 2022 तक घर नहीं आने पर उसकी तलाश आस पड़ोस तथा ग्राम में किया कोई पता नहीं चला है। पुलिस ने भाई की रिपोर्ट पर गुमशुदगी दर्ज की थी। 22 जुलाई 2022 को 09.30 बजे सूचनाकर्ता मुकेश अहिरवार ने सूचना दी कि उसका भाई भानू उर्फ दूरभाष रामभरोस लापता था, जो मृत अवस्था में ग्वाड़ी कला के पास नहर की पुलिया के किनारे पड़ा है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय गुरुकरण सिंह से प्राप्त निर्देश के आधार पर एसडीओपी इटारसी महेन्द्र सिंह चौहान मार्गदर्शन में रामपुर पुलिस ने अपराध कायमी के 24 घंटे के भीतर संदेहियों से बारीकी एवं सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी अभिनेष उर्फ ठाकुर पिता मदनलाल चीचाम, राहुल पिता राजेन्द्र चीचाम एक अन्य नाबालिग बालक ने गुनाह कबूल कर लिया। ये सभी ग्राम ग्वाडीकला के निवासी हैं। घटना पुरानी रंजिश के कारण होना बतायी जा रही है।घटना के दिन 20 जुलाई 22 की रात्रि में मृतक के साथ शराब पीकर लकड़ी एवं लोहे की कत्तल से भानू उर्फ रामभरोस अहिरवार की हत्या करना कबूल किया। सभी आरोपी एवं अपचारी बालक को 24 घंटे में गिरफ्तार किये गया। आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी निरीक्षक रवीन्द्र पाराशर, सउनि साहबलाल सरोदे, सउनि गणेश , पवार, प्रआर जगन इवने, शोभा धुर्वे, आरक्षक रितेश यादव, निलेश पाल, कंसु उईके, प्रधान आरक्षक चालक उमेश रघुवंशी, मआर कामिनी, अल्का तथा सायबर सेल (Cyber Cell) प्रभारी एवं स्टाफ आरक्षक अभिषेक, संदीप यदुवंशी की अहम भुमिका रही।